बिपरजॉय तूफान का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा इन जिलों में जहाँ भारी बारिश की है संभावना रहना होगा सतर्क

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मौसम विभाग के अनुसार विपरजॉय चक्रवात 6 जून को मध्य अरब सागर से उठा था। तब से लेकर अब तक यह चक्रवात बार-बार अपना रास्ता बदल रहा है इसीलिए गुजरात के तटीय क्षेत्रों में मुंबई को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है। यह एक ऐसा चक्रवात है जो सबसे लंबे समय तक समुद्र में बना हुआ है। जितने समय तक चक्रवात समुंदर में बना रहता है। उतनी ही ज्यादा ऊर्जा व नमी के साथ आगे बढ़ता है। यही सबसे बड़ी वजह है कि तटीय क्षेत्र से टकराने के बाद हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है, वहीं भारी बारिश भी होगी।

अरब सागर में बने तूफान (चक्रवात) बिपरजॉय का असर राजस्थान में 15 जून से दिखने लगेगा। राजस्थान के आधे से ज्यादा हिस्से में इस तूफान के कारण बारिश देखने को मिल सकती है। कुल 12 जिलों में इसका खतरा बना रहेगा। इसके लिए चेतावनी जारी की गई है। चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए रेलवे ने राजस्थान से गुजरात के पोरबंदर, भुज, ओखा, गांधीधाम जाने वाली वाली एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों के संचालन को आंशिक और पूर्ण रूप से रद्द किया है।

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 14 जून की शाम या 15 जून की सुबह ये चक्रवात गुजरात और पाकिस्तान से टकराएगा। तट से टकराने के बाद ये चक्रवात गुजरात के हिस्सों में डीप डिप्रेशन और राजस्थान के दक्षिण- पश्चिमी हिस्से में लो प्रेशर एरिया के रूप में कन्वर्ट होगा। इसके असर से इन एरिया में एक-दो दिन भारी बारिश होगी। इस चक्रवात से राजस्थान में नुकसान होने की आशंका बहुत कम है।

विशेषज्ञों के मुताबिक राजस्थान तक पहुंचने तक इस चक्रवात की हवाओं की स्पीड भी बहुत कम हो जाएगी, लेकिन मोइश्चर लेवल बहुत ज्यादा होने के कारण दो दिन कई जगहों पर भारी बारिश (60 से लेकर 100MM तक) बारिश दर्ज हो सकती है।

16-17 को सबसे ज्यादा असर मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 15 जून को इस सिस्टम असर से आंधी बारिश की गतिविधियां दोपहर बाद ही शुरू हो जाएगी। जोधपुर, उदयपुर संभाग के जिलों में 16 जून को कहीं-कहीं भारी बारिश देखने को मिल सकती है। इस दौरान दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में हवाओं की गति 45 से 55 KM प्रतिघंटा तक दर्ज हो सकती है। 17 जून को भी इस सिस्टम का असर जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग कुछ भागों में भारी बारिश के रूप में देखने को मिल सकता है।

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बिपरजॉय का इन जिलों में दिखेगा असर

इस चक्रवात का असर बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, सिरोही, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, जोधपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ जिलों में देखने को मिलेगा। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

गुजरात में भारी बारिश, तूफान से ट्रेनों का संचालन रूका

चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर गुजरात के तटीय जिलों में देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग इन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है और यहां भारी से अतिभारी बारिश होने की आशंका जताते हुए यहां 100 से 130KM की स्पीड से तूफान आने की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए उत्तर पश्चिम और उत्तर रेलवे जोन ने गुजरात जाने वाली एक दर्जन ट्रेनों का संचालन को आंशिक और पूर्ण रद्द करने का निर्णय किया है।

बिपरजॉय से इन ट्रेनों का संचालन हुआ प्रभावित

उत्तर पश्चिम रेलवे से जारी शेड्यूल के मुताबिक आज गाड़ी संख्या 09523 ओखा- दिल्ली सराय गाड़ी, गाड़ी संख्या 09524 दिल्ली सराय-ओखा 14 जून को नहीं चलेगी। गाड़ी संख्या 22483 जोधपुर- साबरमती गाड़ी 14 जून तक, जबकि गाड़ी संख्या 22484 साबरमती-जोधपुर गाड़ी को आज से 15 जून तक रद्द रहेगी। इन गाड़ियों के अलावा ट्रेन संख्या 19269 पोरबंदर-मुजफ्फरपुर गाड़ी को 15 जून को नहीं चलाया जाएगा।

बिपरजॉय तूफान के कारण इन गाड़ियों को किया आंशिक रद्द

गाड़ी संख्या 19574 जयपुर-ओखा आज जयपुर से चलेगी, लेकिन ये गाड़ी राजकोट तक ही चलाई जाएगी। ये ट्रेन राजकोट-ओखा के बीच नहीं चलेगी।

गाड़ी संख्या 20937 पोरबंदर-दिल्ली सराय आज पोरबंदर की जगह राजकोट से चलेगी। गाड़ी संख्या 14321 बरेली-भुज 14 जून को बरेली से चलेगी, लेकिन पालनपुर तक ही जाएगी। पालनपुर-भुज के बीच ये गाड़ी नहीं चलेगी। गाड़ी संख्या 14322 भुज-बरेली 14 जून को भुज के स्थान पर पालनपुर से चलेगी।

बाड़मेर, 14 जून मौसम विभाग की चेतावनी अनुसार आगामी 2-3 दिनों में जिले में चक्रवर्ती तुफान बिपरजॉय सक्रिय रहने की पूरी संभावना है।सभी से अपील हैं कि आप सावधान रहें सरकार के निर्देश का पालन करें।

जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि जिले मे मेघगर्जन, आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। उक्त मौसमी घटनाओं को देखते हुए आपदा राहत से संबंधित सभी विभागों को सतर्क रहने को कहा है। जिले में समस्त अस्पताल में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ यदि कहीं डी जी सेंट नही हो तो डी. जी. सेट तुरंत लगाकर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी उपखंड मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष 24X7 राउंड द ब्लॉक स्थापित करने के साथ प्रत्येक नगर पालिका / पंचायत समिति में नियंत्रण कक्ष 24X7 राउंड द क्लॉक स्थापित करने के निर्देश दिए।

बिपरजॉय

जिला कलेक्टर ने नियंत्रण कक्ष में राहत एवं बचाव हेतु आवश्यक उपकरण एवं साजो-सामान (रस्सा, ट्यूब, (ऑर्च लाठी) रखवाया जाना सुनिश्चित करने एवं अपने क्षेत्र के तैराकों की सूची अपडेट कर संपर्क कर तैयार रहने हेतु निर्देशित किया।  मुख्यालय सहित प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध जे.सी.बी. ट्रेक्टर वाहन एवं अन्य संसाधन की सूची अपडेट कर तैयार रखने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर आवश्यकतानुसार उपकरण एवं साजो-सामान रखवाया जाना सुनिश्चित करने को कहा। पानी के बहाव क्षेत्र एवं डुब क्षेत्र में आने वाली बस्तियों का चिन्हिकरण करने,  बहाव क्षेत्र एवं डूब क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों के समीप ऊंचे स्थान पर आवश्यकतानुसार सरकारी भवनों को आश्रय स्थल के रूप में चिन्हिकरण कर सूचना प्रेषित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि तेज अंधड़ से विद्युत संचार प्रणाली एवं दूरसंचार सेवाए बाधित हो सकती है इस हेतु डीजी सेट की उपलब्धता का पूर्व आकलन कर सूचीबद्ध करें उपलब्ध डीजी सेट की सूचना जिला कार्यालय को भी प्रेषित कराये।

आमजन रहे सतर्क, करे सरकार के निर्देश की पालना

आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को यह सलाह दी जाती है कि जो फसले कट कर तैयार हो चुकी है या खलिहान में अभी भी पड़ी है उसे सुरक्षित स्थानों पर रण करें। कृषि मंडियों में खुले आसमान पर रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखे ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है। अतः सुरक्षित स्थान पर रखें। यदि अपने आस-पास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो पेड़ के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचे। तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है। तेज अंधड़ के समय दृश्यता कम होने से यातायात स्यवस्था प्रभावित हो सकती है वाहन चालक विशेष सावधानी बरतें।

बिपरजॉय

गुजरात की तटीय क्षेत्रों में हो सकता है ज़्यादा नुकशान एसडीआरएफ की 12 व एनडीआरएफ की 13 कंपनियों ने संभाला मोर्चा, स्टैंडबाई पर सेना

Cyclone Biparjoy: जलवायु परिवर्तन की वजह से अरब सागर में उठा विपरजॉय चक्रवात अब पाकिस्तान नहीं बल्कि भारत के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है। भारत मौसम विभाग ने जारी मौसम बुलेटिन में यह आशंका जताई है। मौसम विभाग के अनुसार प्राकृतिक आपदा का प्रतीक विपरजॉय चक्रवात गुजरात की ओर बढ़ रहा है।

Cyclone Biparjoy: फिलहाल इस चक्रवात की दूरी 13 जून की रात 2:30 बजे के मौसम बुलेटिन के अनुसार अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किलोमीटर और जखाऊ बदरगाह से 360 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। भारत मौसम विभाग का अनुमान है कि यह चक्रवात 15 जून को गुजरात के तटीय क्षेत्रों से टकराकर तबाही मचा सकता है इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलकर भारी बारिश कर सकती हैं लेकिन 16 जून को ही यह चक्रवात धीमा पड़ जाएगा। तब यह बेसर होने की संभावना है। फिलहाल चक्रवात की गति 8 किलोमीटर प्रति घंटे बनी हुई है।

गुजरात के कच्छ व मुम्बई में हाई अलर्ट । Cyclone Biparjoy

आशंका के मद्देनजर गुजरात के कच्छ व महाराष्ट्र के मुंबई में हाई अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवाती है तेज हवाओं का असर मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी देखने पर मिला । तेज हवा की वजह से यहाँ कई उड़ाने प्रभावित हुई। वहीं गुजरात में भी प्रभावित इलाकों में 56 ट्रेनें रद्द की गई है वहीं 14 व 15 जून को 95 ट्रेनें रद्द रहेंगी। इस संभावित आपदा को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकालीन बैठक बुलाकर वस्तुस्थिति जानी। गुजरात के तटीय इलाकों व मुंबई में एनडीआरफ व एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई है।

चक्रवात के कारण गुजरात के कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, जूनागढ़ व राजकोट में भारी बारिश हो सकती है। वहीं गुजरात के साथ लगते राजस्थान में भी तेज हवाओं के साथ बारिश की आशंका जाहिर की गई है। इतना ही नहीं राजस्थान के इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना है। इसके अलावा गुजरात के तटीय क्षेत्रों में जहाँ चक्रवात के टकराने की आशंका है, वहाँ कभी 3 दिनों तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे इसके अलावा तटीय क्षेत्रों से लोगों को भी सुरक्षित स्थानों की ओर भेजा जा रहा है ताकि संभावित खतरे को कम किया जा सके।

बार-बार रास्ता बदलने से आ रही दिक्कत | Cyclone Biparjoy

बिपरजॉय

मौसम विभाग के अनुसार विपरजॉय चक्रवात 6 जून को मध्य अरब सागर से उठा था। तब से लेकर अब तक यह चक्रवात बार-बार अपना रास्ता बदल रहा है इसीलिए गुजरात के तटीय क्षेत्रों में मुंबई को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है। यह एक ऐसा चक्रवात है जो सबसे लंबे समय तक समुद्र में बना हुआ है। जितने समय तक चक्रवात समुंदर में बना रहता है। उतनी ही ज्यादा ऊर्जा व नमी के साथ आगे बढ़ता है। यही सबसे बड़ी वजह है कि तटीय क्षेत्र से टकराने के बाद हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है, वहीं भारी बारिश भी होगी।

राजस्थान में आंशका तूफान के साथ बारिश की

विपरजॉय चक्रवात का असर दक्षिण पश्चिम मानसून पर भी देखने को मिलेगा। दूसरी तरफ चक्रवात के असर की वजह से ही राजस्थान में तेज तूफान के साथ बारिश की संभावना बनी रहेगी। राजस्थान में 16 जून को भयंकर तूफान में बारिश की आशंका जताई गई है।

हिमाचल में सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ

पल पल परिवर्तनशील हो रहे इस मौसम में हिमाचल प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है जिसकी वजह से पहाड़ी क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।

इन क्षेत्रों में होगी भारी बारिश | Cyclone Biparjoy

आगामी 3 दिनों तक पश्चिम बंगाल, सिक्किम व नॉर्थ ईस्ट के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा केरल और कर्नाटक में भी इसी दौरान तेज बारिश जारी रहेगी।

हरियाणा में दिल्ली एनसीआर में बढ़ेगा तापमान | Cyclone Biparjoy

भारत मौसम विभाग में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के अनुसार आगामी 3 दिनों तक हरियाणा में दिल्ली एनसीआर में दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा व मध्य महाराष्ट्र में भी गर्मी का मौसम बना रहेगा। सभी क्षेत्रों में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री से पार भी जा सकता है।

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