जयपुर मे बजट का पूरा असर जारी ….अन्तर्राष्ट्रीय बाजार मे कीमत बढ़ने के बावजूद सोना 5150 रू और चाँदी 6700 रू सस्ते हुए ….
आम बजट मे आयत शुल्क मे 9 फीसदी की कटोती के चलते सोने के भाव मे गुरुवार को भी गिरावट रही | अन्तर्राष्ट्रीय बाजार मे कीमत घटने से गुरुवार को भी जयपुर सर्राफा बाजार मे सोने -चाँदी मे बड़ी गिरावट दर्ज की गयी | इसके साथ 24 कैरेट सोने की कीमत 1100 रू घटकर 69 900 रू प्रति 10 ग्राम और सस्ता हो गया |
जेवराती सोना भी दो दिन के दौरान 2800 रू घट चुका है | उधर चाँदी के भाव एक दिन मे 3300 रू प्रति किलोग्राम गिर गए | चाँदी मे ये इस साल की सबसे बड़ी गिरावट है | पिछले दो दिन के दौरान जयपुर मे शुद्ध सोना 5150 रू तथा जेवराती सोना 4700 रू प्रति 10 ग्राम , जबकि चाँदी 6700 रू प्रति किलोग्राम सस्ती हो चुकी है |
वही अमेरिकी वायदा एक्सचेंज कोमेक्स मे अगस्त डिलीवरी सोना 49.10 डॉलर घटकर 2,366.60 तथा सितबर डिलीवरी चाँदी 1.216 डॉलर की गिरावट से 28.100 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रही थी |
जयपुर सर्राफा भाव :-
चाँदी (999 ) 84,300 , चाँदी रिफाइनरी 83,800 रुपए प्रति किलो | सोना स्टैण्डर्ड 69,900 रुपए , सोना जेवराती 65,200 तथा वापसी 62,200 प्रति दस ग्राम |
सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी ,जयपुर (एसटीसी ) के महासचिव मातादीन सोनी के मुताबिक यदि बैंक और आयातक प्रीमियम मे कमी करते है , तो सोने और सस्ता हो सकता है | आयात शुल्क मे कमी के बाद आयातक और बैंको ने सोने पर प्रीमियम को बढ़ाया है | इससे आयात शुल्क मे कमी के अनुरूप घरेलू बाजार मे सोना उतना सस्ता नही हुआ था |
कस्टम ड्यूटी एडजस्ट होते ही बढ़ सकते है दाम
सोने पर प्रति दस ग्राम टैक्स मे 6000 रुपए की कमी सोने की कीमत रिकॉर्ड स्तर पहुचने के दौरान सरकार को प्रति दस ग्राम 10 हजार रुपए से ज्यादा टैक्स मिल रहा था | इसमें आयात शुल्क,सेस और जीएसटी शामिल था | लेकिन आयात शुल्क मे कमी के बाद सोने पर अब प्रति 10 ग्राम टैक्स 3,900 रुपए के करीब रह गया है | हालांकि टैक्स मे कमी के बावजूद आयात ,बैंक और बुलियन डीलर ने अपना मार्जिन बढ़ा दिया | इससे टैक्स मे आई कमी का पूरा लाभ ग्राहकों के पास नही पहुचा |
डॉलर पर निर्भरता कम करने को स्वर्ण भंडार बढ़ाने पर फोकस
केडिया कमोडीज के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक कस्टम ड्यूटी घटाने की बड़ी वजह सोने का भंडार बढ़ाना भी है | इसके भी तीन मकसद है |
पहला: – सोने के रूप मे घरो मे बचत बढ़ाना , जो लगातार घट रही है |
दूसरा :- डॉलर पर अधिक निर्भरता कम करना |
तीसरा :- आयात सस्ता करके देश मे सोने की स्मग्ग्लिंग कम करना |
रूस ,चीन , तुर्किये और सऊदी अरब भी डॉलर पर निर्भरता घटाने के लिए अपने भंडार बढ़ा रहे है | हाल ही मे इन्होने इसके उपाय भी शुरू किये है | इस बीच ,रूस – यूक्रेन,इजराइल -हमास युद्ध और इससे इजराइल के साथ तनाव बढने का जोखिम लगातार बना हुआ है | इससे बचाव के लिए भी निवेशक सोना खरीद रहे है ,ताकि लेन -देन मे डॉलर खर्च न करने पड़े | अमेरिका और भारत समेत दुनियाभर मे कही भी ब्याज दरे बढने की आशंका नही है | इसके चलते डॉलर कमजोर होगा |
ऐसे मे सोना खरीदने के लिए ज्यादा डॉलर खर्च करने होंगे |
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