6 अप्रैल 1930 की तिथि भारत के इतिहास में अच्छी तरह जानी जाती है, क्योंकि यह तिथि संबंधित है?

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(1) भारत छोड़ो आंदोलन से

(2) बंगाल विभाजन से

(3) जलियांवाला बाग हत्याकांड से

(4) महात्मा गांधी दांडी यात्रा से

सही उत्तर – महात्मा गांधी दांडी यात्रा से संबंधित है 6 अप्रैल 1930 की तिथि।

12 मार्च 1930 के दिन महात्मा गांधी ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा शुरू की यह यात्रा नमक पर टैक्स लगाने के अंग्रेजो के कानून के खिलाफ थी। इसके तहत समुद्र के किनारे बसे एक गांव दांडी तक 24 दिन की यात्रा की गई महात्मा गांधी ने 6 अप्रैल 1930 को दांडी पहुंचकर नमक बनाया और अंग्रेजों का नमक कानून तोड़ा और यहीं से सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई, ब्रिटिश राज में भारतीयों को नमक बनाने में बेचने का अधिकार नहीं था और उन्हें अंग्रेजों से नमक खरीदना पड़ता था।

दांडी यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

दांडी यात्रा शुरू होने से पहले महात्मा गांधी ने विजय अथवा मृत्यु का नारा दिया दांडी यात्रा में महात्मा गांधी ने किसी भी महिला सदस्य को शामिल नहीं किया।

6 अप्रैल 1930 को जब गांधी जी ने नमक कानून का उल्लंघन किया तब पास खड़ी सरोजिनी नायडू ने कहा ‘विधि भंजक तुम्हारा स्वागत है’।

सुभाष चंद्र बोस ने महात्मा गांधी की दांडी यात्रा की तुलना राजनीति सत्ता प्राप्त करने के लिए मुसोलोनी द्वारा रोम की यात्रा तथा एल्बा से लौटने पर नेपोलियन की पेरिस यात्रा से की थी।

महात्मा गांधी का अनुसरण करते हुए राजगोपालाचारी ने  त्रिचिन्नापल्ली से वेदारण्यम तथा मालाबार में वायकोम सत्याग्रह के नायक के केलपन्ना द्वारा कालीकट से पयानूर तक की यात्रा की गई।

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